भारत चेस ओलिंपियाड में महिला और पुरुष टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय महिला और पुरुष टीम ने चेस ओलिंपियाड के 45 वें सीजन में अपना पहला गोल्ड हासिल करने में सफल रहे। दोनों टीमों ने आखिरी राउंड में एकतरफा जीत दर्ज की। रूस के बाद सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर मिलने वाली गप्रिंदाशविली ट्रॉफी को डिफेंड करने में भारत कामयाब रहा। भारत ने अपनी जीत एक राउंड रहते ही ओपन क्षेत्र में पक्की कर ली थी।11वें राउंड में उतरी डी गुकेश, आर प्रागननंदा, अर्जुन एरिगैसी और विदित गुजराती वाली पुरुष टीम ने आखिरी राउंड में स्लोवेनिया को 3.5-0.5 से मात दी और 21 पॉइंट के साथ टॉप किया, इस राउंड में केवल विदित गुजराती ने अपना मैच ड्रॉ खेला।
महिला कैटेगरी में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपने 11वें व आखिरी राउंड में अजरबेजान को 3.5-0.5 से हराया। डी हरिका और वंतिका अग्रवाल ने अपनी बाजियां जीत ली, जबकि दिव्या देशमुख ने गोव्हर बेयदुल्लाउएवा को हराया। सिर्फ आर वैशाली ने ड्रा खेला। टीम ने 11वें राउंड के बाद 19 पॉइंट के साथ गोल्ड अपने नाम कर लिया। ओपन कैटेगरी में अमेरिका को सिल्वर व उज़्बेकिस्तान को ब्रॉन्ज मेडल मिला वहीं महिला क्रांतिकारी में कजाकिस्तान ने सिल्वर व अमेरिका ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
भारतीय पुरुष टीम ने इससे पहले दो कांस्य पदक जीते थे: पहला 2014 में और दूसरा 2022 में, जबकि महिलाओं ने चेन्नई में आयोजित 2022 संस्करण में कांस्य पदक जीता था।