प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी ऐतिहासिक यूक्रेन यात्रा से पहले बुधवार को कहा कि दशकों से भारत की नीति सभी देशों से दूरी बनाए रखने की रही है। लेकिन आज के भारत की नीति सभी देशों के करीब रहने की है। उन्होंने मोदी-मोदी के नारे भी लगाए।सहानुभूति भारतीयों की पहचान है। जब भी किसी देश में कोई मुसीबत बढ़ती है, तो भारत मदद के लिए सबसे पहले आगे आता है… जब कोविड आया, तो भारत ने मानवता को सबसे पहले कहा… भारत दूसरे देशों के नागरिकों की मदद करता है। भारत बुद्ध की परंपरा में विश्वास करता है, इसलिए युद्ध में नहीं शांति में विश्वास करता है… भारत इस क्षेत्र में शांति का हिमायती है और यह स्पष्ट है कि यह युद्ध का समय नहीं है। चुनौतियों से लड़ने के लिए हमें एक साथ रहने की जरूरत है। भारत कूटनीति और संवाद पर ध्यान केंद्रित करता है.मोदी का यह बयान उनकी कीव यात्रा से पहले आया है – जो 1991 में देश के स्वतंत्र होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है।मोदी अपनी रूस की हाई-प्रोफाइल यात्रा के लगभग छह सप्ताह बाद यूक्रेन की यात्रा करेंगे, जिसकी अमेरिका और उसके कुछ पश्चिमी सहयोगियों ने आलोचना की थी।मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा आज का भारत सभी के विकास की बात करता है। आज का भारत सभी के साथ है और सभी के हितों के बारे में सोचता है।
मोदी का यह बयान उनकी कीव यात्रा से पहले आया है – जो 1991 में देश के स्वतंत्र होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा है।
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