भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक में चार अहम समझौते हुए।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच समझौता में परमाणु ऊर्जा, पेट्रोलियम भंडारण एवं एल एन जी पर सहयोग बढ़ाने पर हुआ। इसके अलावा गुजरात में फूड पार्क विकास पर राज्य सरकार और अबू धाबी डेवलपमेंटल होल्डिंग कंपनी के बीच समझौता हुआ। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर वह गाजा के मसलों पर भी चर्चा हुई।
क्राउन प्रिंस ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की। मंगलवार को एक बिजनेस फोरम की बैठक होगी जिसमें दोनों देशों के बड़े कारोबारी मौजूद होंगे। ज्ञात हो की भारत यूएई का दूसरा सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर है, जबकि यूएई अरब देशों में से भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
भारत और यूएई के मध्य हुए समझौते
1)अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी और इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के बीच दीर्घकालिक एल एन जी आपूर्ति के लिए समझौता।
2)एडीएनओसी इंडियन स्ट्रेटजीक पेट्रोलियम रिजर्व के बीच समझौता।
3)एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कंपनी और भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम के बीच बाराक परमाणु ऊर्जा संयंत्र संचालन व रखरखाव पर समझौता।
4)ऊर्जा भारत और एडीएनओसी के बीच अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 के लिए उत्पादन रियायत समझौता।
क्राउन प्रिंस ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि गांधी की सीख हमें प्रेरणा देती है, और साथ में यहां पर अमलताश का पौधा भी लगाया । यूएई के क्राउन प्रिंस तीसरी पीढ़ी के नेता है जो राजघाट पर पौधा लगाए।