महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया इलेक्ट्रिक एसयूवी के लिए ज्वाइंट वेंचर की तैयारी कर रही है। महिंद्रा और फॉक्सवैगन के बीच साझेदारी की खबरें काफी समय से चल रही है। कुछ रिपोर्टर्स के अनुसार महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया 50 50% हिस्सेदारी वाले जेवी (joint venture) के लिए दोनों पक्षों के बीच बातचीत अपने अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। इस साझेदारी के तहत दोनों ब्रांड भविष्य के उत्पाद विकास के लिए लागत तकनीक और वहां प्लेटफार्म साझा करने की योजना बना रहे हैं।
यह जेवी इलेक्ट्रिक वाहन के साथ-साथ पेट्रोल डीजल की कारें भी बनाएंगे लेकिन इसका फोकस भारत और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए ई-एसयूवी पर होगा
महिंद्रा और वोक्सवैगन दोनों ही अपने नए इलेक्ट्रिक वाहनों को रोल आउट करने के लिए पुणे के चाकन में अपनी विनिर्माण सुविधा का उपयोग करेंगे।इसकी लागत टेक्नोलॉजी और प्लेटफार्म साझा करने की योजना को आखिरी रूप दिया जा रहा है।हो सकता है कि साल 2024 के अंत तक इसकी घोषणा हो जाए।
फॉक्सवैगन समूह और महिंद्रा के बीच सहयोग की शुरुआत महिंद्रा के विशेष रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन प्लेटफॉर्म INGLO के लिए फॉक्सवैगन के MEB प्लेटफॉर्म के घटकों पर पहले आपूर्ति समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हुई।महिंद्रा वर्तमान में विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रिक मॉडल पर काम कर रहा है और वे INGLO प्लेटफॉर्म पर आधारित हैं।महिंद्रा एंड महिंद्रा ने घोषणा की है कि वे अगले तीन वर्षों में ईवी व्यवसाय में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इस नए चरण के तहत उनका पहला इलेक्ट्रिक वाहन 2025 की दूसरी छमाही में लॉन्च किया जाएगा।
BE.05 इलेक्ट्रिक एसयूवी को भारतीय सड़कों पर कई बार परीक्षण करते हुए देखा गया है
कुछ समय पहले देखा गया है कि BE.05 सड़कों पर ट्रायल के लिए चलाई जा रही थी जिससे यह समझना आसान है कि BE.05 उत्पादन के लिए तैयार है।
महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने पहले भी ज्वाइंट वेंचर पर बातचीत के लिए कुछ कंपनियों के साथ प्रयास किया था। साल 2021 में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा का फोर्ड मोटर के साथ जेवी पर बातचीत चल रही थी फिर किसी कारणों से बातचीत टूट गई। पूर्व में रेनाॅ का साथ भी 2010 में खत्म हो गया था।
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